चंद बावरी, राजस्थान के आभानेरी गाँव में स्थित है जो एक प्रसिद्द और यकीनन भारत के सबसे सुन्दर कुओं में से एक है । इस सीढ़ीनुमा कुँए का निर्माण 19वीं शताब्दी में उस समय के तत्कालीन राजा चंद द्वारा कराया गया था । यहाँ बावरी के निर्माण का उद्देश्य महज इतना था की गर्मी के दिनों में लोगों को कुँए के माध्यम से ठंडा पानी मिल सके।
एक वर्ग योजन के अंतर्गत निर्मित ये कुआँ चंद बावरी 100 फीट गहरा है जो 13 मंजिला और जिसमें 3500 सीढियां हैं । ये कुआँ 3 ओर से सीढ़ी से घिरा हुआ है जबकि इस कुँए का चौथा हिस्सा एक पवेलियन है जो एक के ऊपर एक करके बनाया गया है । कुँए के जिस हिस्से में पवेलियन है वहां मंडप के अलावा सुन्दर मूर्तियों को भी स्थापित किया गया है साथ ही यहाँ मन को मोह लेने वाली नक्काशियां भी मौजूद हैं। यहाँ पर कला के प्रदर्शन के लिए मंच और राजा और उनकी रानियों के कमरे भी मौजूद हैं।
अब इस जगह की पूरी देख रेख भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण करता है और इसी के द्वारा इस जगह को प्रबंधित किया जाता है। यहाँ स्थित स्मारक को देखने के लिए आने वाले पर्यटकों को किसी भी तरह का कोई भी शुल्क नहीं देना होता है और ये पूरी तरह मुफ्त है । इस स्थान को कई फिल्मों में भी दिखाया गया है जिनमें "द फॉल" और द डार्क नाईट राइजिज प्रमुख है।