अगर आप अगरतला घूमने जा रहे हैं तो जंपुई पहाड़ी अवश्य जाएं। हालांकि इसके लिए आपको एक पूरा दिन देना पड़ेगा, क्योंकि यह शहर से करीब 240 किमी दूर है। पर इतना तो तय है कि वहां जाना बेकार नहीं जाएगा। जंपुई का शाब्दिक अर्थ होता है बसंत की शाश्वत पहाड़ियां। सचमुच यहां पहुंच कर सबकुछ शाश्वत ही मालूम पड़ता है।
इस पहाड़ी ने कभी प्रकृति की नाराजगी नहीं झेली है और यह हमेशा तरोताजा और चमकदार मालूम पड़ती है। समुद्र तल से 1000 मीटर की ऊंचाई पर स्थित जंपुई पहाड़ी में बड़े पैमाने पर संतरे का उत्पादन होता है, जिससे इसे त्रिपुरा का कश्मीर भी कहा जाता है। हर साल नवंबर में यहां संतरा और पर्यटन महोत्सव का आयोजन किया जाता है, जिसमें स्थानीय लोग और विदेशी पर्यटक समान उत्साह के साथ हिस्सा लेते हैं।
संतरे के अलावा जंपुई पहाड़ी पर आर्किड और चाय के बगान भी देखे जा सकते हैं। अगर आप यहां जाएं तो पहाड़ी की चोटी से सूर्योदय और सूर्यास्त का दिलकश नजारा देखना न भूलें।