दादा हरी वाव, एक सीढ़ीदार कुंआ है, जो अहमदाबाद के पास में ही स्थित है, इस स्थान को अश्वारा कहा जाता है। यह स्थान, अहमदाबाद से 6 किमी. की दूरी पर स्थित है। दादा हरी एक सीढ़ीदार कुंआ है जहां तक कई सीढियों से उतरकर पहुंचा जा सकता है। ये सभी सीढि़यां, खूबसूरती से खुदी हुई है जो पत्थर पर बनी है।
इनका निर्माण लगभग 500 साल पहले हुआ था, इसे सुल्तान बाई हरी के शासन काल में बनाया गया था। इस सीढ़ीदार कुंए में सरंचना का समर्थन करने के लिए एक कॉलम भी बना हुआ है। कुंए की दीवारें, संस्कृत भाषा में खुदी हुई है या इनमें अरबी के शब्द लिखे है। अन्य कुओं की तरह इस कुंए से भी गर्मी के दौरान शहर के कई हिस्सों को पानी सप्लाई किया जाता है।
इस कुंए की सैर का सबसे अच्छा समय दिन के उजाले में सूर्य की रोशनी में होता है।