मध्य यूरोप से कई प्रवासी पक्षी इस अभयारण्य में सर्दियों के दौरान, भोजन और गर्मी की खोज में आते है। इस पक्षी अभयारण्य में लगभग 200 प्रजाति की चिडि़यां पाई जाती है जिनमें भूरी और सफेद बेडिग बर्ड, ब्लैक टेल्ड गोडविट, स्टीन्ट, प्लोवर्स और सैंडपाइपर्स फ्लॉक आदि पाएं जाते है।
यह अभयारण्य, कीड़े, नरकट और जलीय पौधों का समृद्ध स्त्रोत है। यहां नबंवर से फरवरी तक पानी की पर्याप्त मात्रा होती है जिसमें मछली काफी मात्रा में रहती है। इस दौरान यहां के पक्षियों के लिए यह जगह एक स्वर्ग समान है, चिडि़यों को निहारने वाले लोग भी पूरा आनंद उठाते है।
यह एक झील थी और 120 वर्ग किमी. के क्षेत्र में फैली हुई थी, 1969 में इसे अभयारण्य का दर्जा दे दिया गया।