जो पर्यटक ऐहोल की यात्रा पर जाएं, वह बादीगेरा गुडी की सैर का प्लान अवश्य बनाएं। इस श्राइन को शुरूआत में सूर्या मंदिर के नाम से जाना जाता है जो रेखांगारा के पास में स्थित है। यह मंदिर 9 वीं सदी में बनाया गया था, जिसमें एक हॉल, एक पोर्च और एक सेल मंदिर है। इस मंदिर में चार मुख्य खंभे, 12 पिलास्टर्स और मुख्यमंडप है जो हॉल को सर्पोट करते है। इस मंदिर का गर्भगृह मंदिर के बीचो - बीच में स्थित है। इस मंदिर में 11 वीं और 12 वीं शताब्दी में कई परिवर्तन किए गए है। यह प्रकार का पिद्धा जैसा शिकारा है और इस गुडी के परिसर में अन्य छोटे - छोटे श्राइन भी स्थित है। यहां का वास्तविक मंदिर दक्षिण - पश्चिम कोने में स्थित है।