हचीमल्ली गुडी, मंदिरों का एक समूह है जो भगवान शिव, ब्रह्मा और विष्णु को समर्पित है। इस मंदिर की स्थापना 7 वीं सदी में की गई थी, यह ऐहोल के सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है। समय मिलने पर पर्यटकों को यहां अवश्य आना चाहिए। इस मंदिर की बाहरी दीवारों पर लैट्टिक्स स्थित है, इसके अलावा मंदिर में गर्भगृह भी स्थित है। इस मंदिर की वास्तुकला, उत्तर भारत के मंदिरों से काफी मिलती जुलती है जो रेखांगारा टॉवर के पास में स्थित है। इस मंदिर में बदलाव की योजना साफ दिखाई देती है। मंदिर में कई स्थान बेहद सुंदर कलाकृतियां बनी हुई है। यह मंदिर, बरोठा का सबसे पहला मंदिर है।