भगवान सूर्य को समर्पित इस मंदिर में रेखांगारा शैली की कई कलाकृतियां बनी हुई है। इस मंदिर में भगवान सूर्य की अपने साथी ऊषा और संध्या के साथ रथ पर बैठी हुई 2 फीट ऊंची प्रतिमा बनी हुई है। इनके अलावा आप ऐहोल में गोडा मंदिर, हालावासा पन्ना गुडी, हुचप्पया मत्था और गुडी, हुच्ची मल्ली गुडी, जैन मेगुती मंदिर, जैन गुडी, कोन्टीगुडी ग्रुप ऑफ टेम्पल, त्रियाम्बकेश्वर ग्रुप, येनियार श्राइन, रांची ग्रुप और रामालिंगा ग्रुप को देखना न भूलें।