अल्छी में लोत्स्वा ला-खंग के पास स्थित मंजुश्री मंदिर, जंपे ला-खंग के नाम से प्रसिद्ध है। इस मंदिर का इतिहास 12वीं शताब्दी से संबंधित है। वर्गाकार में बने इस मंदिर में मंजुरी-एक ’बौद्धिस्त्व’ अथवा उत्कृष्ट ज्ञान से संबंधित प्रबुद्ध व्यक्ति की चार मूर्तिया हैं। मंजुश्री की चारों मूर्तियों का एक सिर और चार भुजाएं हैं।
प्रत्येक मूर्ति को एक धनुष, एक बाण, एक पुस्तक, तथा एक तलवार से सजाकर एक शेरनुमा सिंहासन पर रखा गया है। इस सिंहासन के नीचे ’सात जवाहरात’ और ’आठ संदिग्ध चिह्न’ बने हुए हैं। प्रत्येक मूर्ति गहनों और एक मुकुट से सुसज्जित है।
मंदिर की सभी दीवारों पर भगवान बुद्ध की तस्वीरें है जबकि प्रमुख भगवान, मंजुश्री को केंद्रीय दीवार पर दर्शाया गया है। दायीं ओर की दीवारों पर ’अमिताभ’ अथवा ’अनंत प्रकाश का बुद्ध’ की प्रतिमाएं और बायीं ओर की दीवारों पर अडिग ’अक्षेभ्य’ की तस्वीरें देखी जा सकती हैं।