कयमकुलम झील का नाम इसके चारों ओर बसने वाले शहर के नाम पर पड़ा है। यह प्राचीनकाल से ही एक समुद्री व्यापार केंद्र के रूप में जाना जाता रहा है। अलेप्पी के इस भाग में भी जलभराव की उपस्थिति के कारण कयमकुलम की निर्णायक भूमिका रहती है। वास्तव में, कोल्लम और अलेप्पी को जोड़ता हुआ केरल का यह सबसे लम्बा जलभराव पर्यटक मार्ग है।
दोनो तरफ फैली शानदार प्राकृतिक सुन्दरता को देखने का सबसे बेहतर तरीका एक किराये की हाउसबोट, जो विभिन्न दर एवं प्रकार में उपलब्ध रहती है, को लेकर चाँदिनी रात में शांत जल पर यात्रा करते हुये गगनचुम्बी पेड़ों को निहारना है। आप हाउसबोट पर ही विभिन्न प्रकार के स्थानीय व्यञ्जनों को मंगाकर केरल की सुन्दरता के अहसास को और भी बढ़ा सकते हैं।