ऐश्मुक़म धार्मिक स्थल, अनंतनाग का एक प्रमुख पर्यटन स्थान है, जिसका निर्माण ईसा पश्चात 15 वीं शताब्दी में हुआ था। इस धार्मिक स्थल का निर्माण शेख जेनुद्दीन के सम्मान में किया गया जो प्रसिद्द रेशी शेख नूर-उद्-दीन के शिष्यों में से एक थे। इसलिए यह स्थान विभिन्न धर्मों...
बिशप मेमोरियल हॉस्पीटल का प्रार्थनालय, अनंतनाग के मोहल्ला कस्बे के बिशपस् मेमोरियल हॉस्पीटल के मैदान में स्थित है। इस प्रार्थनालय का निर्माण 1982 में ईसाई अधिकारियों और प्रोटेस्टेंट ईसाईयों के लिए किया गया था जिन्होंने अलग प्रार्थना मैदान की माँग की थी। यह...
उमा नगरी की उमा देवी अनंतनाग क्षेत्र के उत्तर में हिमालय में बसी है। स्थानीय लोगों के विश्वास के अनुसार हिंदू देवी उमा ने अपने पवित्र घर के रूप में इस स्थान को चुना। भक्तों का ऐसा विश्वास है कि देवी स्वयं यहाँ एक नदी के रूप में रहती हैं जो ओंकार (अर्थात संपूर्ण...
मस्ज़िद बाबा दाउद खाकी का निर्माण 600 साल पहले हुआ था तथा जिसकी गणना सबसे पुरानी मस्जिदों में की जाती है। यह अनंतनाग के रेशी बाज़ार में खाकी शबन मोहला में स्थित है। इस मस्ज़िद का नाम हज़रत शेख बाबा दाउद खाकी के नाम पर पड़ा जो इस क्षेत्र के जाने माने विद्वान थे।...
नाघबल, अनंतनाग जिले का एक प्रसिद्द हिंदू धार्मिक केंद्र है। यहाँ पहुँचने पर पर्यटकों को एक पवित्र झरना दिखता है जो एक पहाड़ी के नीचे से निकलता है। इस झरने को भगवान विष्णु के सामान माना जाता है जिन्हें अनंत भी कहा जाता है। नाघबल के परिसर में एक बड़ा कुंड और चिनार के...
मस्ज़िद सैयद शब इस स्थान का पर्यटन का प्रमुख आकर्षण है जो मार्तंड पठार में अनिचतीप के आधार में स्थित है। इस मस्ज़िद का निर्माण हज़रत सैयद मोहम्मद इनायत उल्लाह कादरी सम्नानी के सम्मान में किया गया। वे ईसा पश्चात 1528 में मध्य एशिया में स्थित शमन नामक शहर से कश्मीर आए...
ज़िआरत बाबा हैदर रेशी एक प्रसिद्द मस्ज़िद है जो अनंतनाग जिले के दंतेर गाँव में है। इस स्थान पर जिसे हरदा रेशी या रेशी मोलू भी कहा जाता है, बाबा हैदर रेशी का मकबरा भी है। यहाँ पहुँचने पर पर्यटक बाबा हैदर रेशी और उनके 21 शिष्यों के दफनाए हुए शरीर देख सकते हैं। विभिन्न...