सीता की रसोई वास्तव में एक शाही रसोई घर नहीं बल्कि एक मंदिर है। यह मंदिर राम जन्म भूमि के उत्तरी - पश्चिमी भाग में स्थित है। इस मंदिर में भगवान राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न व उन सभी की पत्नियों सीता, उर्मिला,मांडवी और सुक्रिर्ति की मूर्ति...
तुलसी उद्यान जैसा कि नाम से स्पष्ट है कि एक बगीचा है। यह उद्यान, रामायण के लेखक संत कवि तुलसी दास की स्मृति में बनवाया गया है। तुलसीदास जी महाकाव्य रामचरितमानस के निर्माता थे, इसी को रामायण भी कहा जाता है। इस उद्यान में तुलसीदास की भव्य...
अयोध्या में श्रीराम का जन्म स्थान होने के कारण साल भर हजारों श्रद्धालु यहां दर्शन करने आते है। इस शहर में भारी संख्या में मंदिर, घाट, ऐतिहासिक इमारतें और स्मारक है जहां त्यौहार के दौरान काफी भीड़ रहती है और काफी समस्याएं...
यह मंदिर राम की पौढ़ी पर स्थित है। जैसा कि नाम से ही स्पष्ट है कि यह भगवान शंकर को समर्पित मंदिर है क्योंकि नागेश्वर नाथ नाम भगवान शिव का होता है। वैसे नागेश्वर का अर्थ होता है नागों के देवता जो कि भगवान शिव को माना गया। इस मंदिर में उनकी...
चक्र हरजी मंदिर, फैजाबाद में गुप्तार घाट पर सरयू नदी के तट पर स्थित है। यह मंदिर दो कारणों से हिंदू धर्म के श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करता है। पहला यह है कि भगवान विष्णु की चक्र धारण किए हुए मूर्ति भक्तों के बीच सदैव रहस्य की भावना...
शास्त्रों के अनुसार, भगवान राम ने अयोध्या में रावण पर विजय पाने के उपलक्ष्य में अश्वमेध यज्ञ का आयोजन करवाया था। यह मंदिर जिसे त्रेता के ठाकुर के नाम से जाना जाता है वह ठीक उसी स्थान पर बनवाया गया है। श्री राम को त्रेता के ठाकुर के रूप में...
अयोध्या के सबसे ज्यादा भ्रमण किए जाने वाले स्थलों में हनुमान गढ़ी है जिसे हनुमान जी का घर भी कहा जाता है, यह मंदिर भगवान हनुमान को समर्पित है। यह मंदिर अयोध्या में एक टीले पर स्थित है और यहां से काफी दूर तक साफ - साफ देखा जा सकता है। इस मंदिर...
आमतौर पर अयोध्या को श्री राम की जन्मभूमि के रूप में जाना जाता है लेकिन इस शहर में भी राम कोट वार्ड में एक ऐसा केंद्र है जहां भगवान श्री राम का जन्म हुआ था, जिसे राम जन्म भूमि के नाम से जाना जाता है। यहां भगवान राम को समर्पित एक छोटा सा मंदिर...
दशरथ भवन, अयोध्या के बीचों - बीच में स्थित है। यह माना जाता है कि इस भवन को ठीक उसी जगह बनाया गया है जहां राजा का असली निवास हुआ करता था और भगवान राम के पिता का अस्तित्व भी इसी स्थान से जुड़ा हुआ है। भगवान राम ने अपने भाईयों के साथ अपना बचपन इसी...
राम की पौढ़ी अयोध्या में ठीक उसी तरह है जैसे हरिद्वार में हर की पौढ़ी है। यहां नयाघाट है जहां श्रद्धालु अयोध्या में सरयु नदी में स्नान करते है। इस घाट पर भारी संख्या में भक्त स्नान करने आते हैं और पवित्र नदी में पवित्र डुबकी लगाते...
रामायण में इस बात का उल्लेख किया गया है कि जब भगवान राम के छोटे भाई लक्ष्मण को मेघनाद ने युद्ध के दौरान घायल कर दिया था तो उनहे संजीवनी बूटी की जरूरत थी और हनुमान जी ने संजीवनी बूटी वाला पूरा पहाड़ ही उठाकर ले आए थे। किवंदतियों के अनुसार, पहाड़ का छोटा...
तुलसी स्मारक भवन को 1969 में श्री विश्वनाथ दास जी द्वारा बनवाना शुरू किया गया था। बाद में उत्तर प्रदेश के गर्वनर ने महान संत और रामायण के लेखक गोस्वामी तुलसी दास की स्मृति में इसे बनवाया। यह भवन 300 फीट की ऊंचाई पर राजगंज क्रॉसिंग पर...