बांधवगढ़ की प्राचीन गुफाएं बांधवगढ़ पहाड़ के बलुआ पत्थर से बनी पहाड़ियों में बनी हैं। इस क्षेत्र में 39 के करीब गुफाएं हैं और इस गुफा से ये 5 किमी के क्षेत्र में फैली हुई है। यहां की कई गुफाओं में ब्राह्मी लिपि में अभिलेख लिखे हुए हैं। वहीं कुछ गुफाओं में बाघ, सूअर, हाथी और घुड़सवार की उत्कृष्ट नक्काशी की गई है।
इनमें से एक गुफा का नाम ‘बड़ी गुफा’ है, जो अपने नाम के अनुरूप ही काफी विशाल है। बांधवगढ़ की प्रचीन गुफाओं का इतिहास 10वीं शताब्दी से मिलता है। गुफा में कई स्तंभ और 9 बड़े-बड़े कक्ष हैं। इन गुफाओं को बनाने का उद्देश्य क्या था, यह आज भी रहस्य बना हुआ है।
हालांकि ऐसा कहा जाता है कि शायद इन गुफाओं का इस्तेमाल साधु-संत द्वारा धार्मिक उद्देश्य के लिए किया जाता होगा और फिर बाद में सैनिक इसका कूटनीतिक प्रयोग करते होंगे। आज के समय में इन गुफाओं में बांधवगढ़ नेशनल पार्क के बाघ, चमगादड़ और दूसरे जीव-जंतु रहते हैं।