Search
  • Follow NativePlanet
Share
होम » स्थल» बाँसवाड़ा

बांसवाड़ा- सौ द्वीपों का शहर

24

राजस्थान राज्य के दक्षिणी भाग में स्थित एक शहर है बांसवाड़ा। यह बांसवाड़ा जिले का जिला मुख्यालय है जो कि 5,307 वर्ग किलोमीटर तक फैला हुआ है। बांसवाड़ा, 302 मीटर की औसत ऊंचाई पर स्थित है जो पुराने समय में एक राजसी राज्य था, जिसकी नींव महारावल ‘जगमाल सिंह’ ने राखी थी। इस जगह ने अपना नाम यहाँ के बांस के जंगलों से प्राप्त किया है। यह शहर “सौ द्वीपों के शहर” के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यहाँ से हो कर बहने वाली ‘माही’ नदी में द्वीप बड़ी संख्या में हैं।

जिला बाँसवाड़ा, जो कि पहले एक राजसी राज्य था और इस पर महारावलों का शासन था। इन्होंने इस क्षेत्र के पूर्वी भाग को आकार दिया, जिसे वागड़ या वग्वार के नाम से जाना गया। लोककथाओं के अनुसार, इस क्षेत्र पर भील शासक ‘बंसिया’ का शासन था, जिसने इसे बाँसवाड़ा का नाम दिया। बाद में वह जगमाल सिंह के द्वारा हरा दिया गया और मार दिया गया और तब जगमाल सिंह राज्य के पहले महारावल बने।

एक मिनी जलियाँवाला बाग

सन 1913 में, समाज सुधारक गोविन्दगिरी एवं पंजा के नेतृत्व में कुछ भीलों ने सत्तारूढ़ सरकार के खिलाफ विद्रोह कर दिया। हालांकि, उनके विद्रोह को दबा दिया गया था, पर मानगढ़ पहाड़ी पर एक शांतिपूर्ण बैठक कर रहे सैकड़ों भीलों की गोली मार कर ह्त्या कर दी गई थी। यह घटना मिनी जलियांवाला बाग नरसंहार के रूप में जानी जाती है। मानगढ़ पहाड़ी पर जिस जगह यह घटना घटी, वह स्थान एक पवित्र बन गया और अब मानगढ़ धाम के नाम से जाना जाता है।

मूल निवासी और भाषाएँ

भारत की आजादी के बाद 1949 में, बांसवाड़ा राज्य और कुशलगढ़ सरदारी का राजस्थान राज्य में विलय कर दिया गया और बांसवाड़ा को एक अलग जिले के रूप में बाहर नामांकित कर दिया गया। भील, भील मीणा, दामोर,चार्पोता और निनामा के अलावा अन्य प्रमुख जातियाँ जैसे पटेल, राजपूत, ब्राह्मण और महाजन इस क्षेत्र में रहती हैं। वागड़ी जो कि गुजराती और मेवाड़ी भाषा का एक मिश्रण है यहां बोली जाने वाली लोकप्रिय भाषा है।

बांसवाड़ा के प्रमुख आकर्षण

त्रिपुरा सुंदरी, माही बांध, कागड़ी पिक अप मेड़ और मदरेश्वर शिव मंदिर इस क्षेत्र के कुछ लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण हैं। वर्तमान में कुछ अन्य पर्यटन आकर्षण जैसे अब्दुल्ला पीर, आनंद सागर झील, भीम कुंड, अन्देश्वर (जैन मंदिर) और छींछ ब्रह्मा मंदिर बांसवाड़ा जिले में शामिल हैं।

बांसवाड़ा पहुँचना

उदयपुर हवाई अड्डा जो इस जिले से 157 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, बांसवाड़ा के लिए निकटतम हवाई अड्डा है। यहाँ से जोधपुर, जयपुर, मुंबई और दिल्ली के लिए नियमित उड़ानें उपलब्ध हैं। रतलाम, डूंगरपुर, दोहाद और जयपुर से बांसवाड़ा तक पहुँचने के लिए बस सेवा उपलब्ध है। बांसवाड़ा आने के लिए सबसे अच्छा समय अगस्त से मार्च माना जाता है।

बाँसवाड़ा इसलिए है प्रसिद्ध

बाँसवाड़ा मौसम

घूमने का सही मौसम बाँसवाड़ा

  • Jan
  • Feb
  • Mar
  • Apr
  • May
  • Jun
  • July
  • Aug
  • Sep
  • Oct
  • Nov
  • Dec

कैसे पहुंचें बाँसवाड़ा

  • सड़क मार्ग
    राजस्थान और मध्य प्रदेश के राज्य परिवहन निगम द्वारा बड़ी संख्या में बसें चलाई जाती हैं जो बाँसवाड़ा को दोनों राज्यों के कई स्थानों से जोड़ती हैं।
    दिशा खोजें
  • ट्रेन द्वारा
    बांसवाड़ा के लिए सबसे निकटतम मुख्य रेलवे स्टेशन रतलाम रेलवे स्टेशन है जो कि यहाँ से 80 किमी की दूरी पर स्थित है। इस स्टेशन से भारत के सभी प्रमुख कस्बों और शहरों के लिए नियमित ट्रेनें उपलब्ध हैं। यहाँ से बाँसवाड़ा पहुँचने के लिए टैक्सी किराए पर ली जा सकती है।
    दिशा खोजें
  • एयर द्वारा
    उदयपुर में स्थित महाराणा प्रताप हवाई अड्डा, बाँसवाड़ा के लिए सबसे निकट हवाई ठिकाना (एयरबेस) है। बाँसवाड़ा पहुँचने के लिए हवाई अड्डे से टैक्सी किराए पर ली जा सकती है जो यहां से 157 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह हवाई अड्डा नियमित उड़ानों द्वारा इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, नई दिल्ली और सांगानेर हवाई अड्डा, जयपुर से जुड़ा हुआ है।
    दिशा खोजें
One Way
Return
From (Departure City)
To (Destination City)
Depart On
20 Apr,Sat
Return On
21 Apr,Sun
Travellers
1 Traveller(s)

Add Passenger

  • Adults(12+ YEARS)
    1
  • Childrens(2-12 YEARS)
    0
  • Infants(0-2 YEARS)
    0
Cabin Class
Economy

Choose a class

  • Economy
  • Business Class
  • Premium Economy
Check In
20 Apr,Sat
Check Out
21 Apr,Sun
Guests and Rooms
1 Person, 1 Room
Room 1
  • Guests
    2
Pickup Location
Drop Location
Depart On
20 Apr,Sat
Return On
21 Apr,Sun