बागवानी अनुसंधान और विकास प्रशिक्षण केन्द्र को बस्ती में 1956 में स्थापित किया गया था, जो उत्तरप्रदेश के पूर्वी क्षेत्र में बागवानी और कृषि गतिविधियों का एक केंद्र बन गया है। यहां केवल शिक्षाविद् या रिसर्च करने वाले लोग ही नहीं आते हैं बल्कि भारी संख्या में पर्यटक यहां की सैर के लिए आते है।
बागवानी अनुसंधान और विकास प्रशिक्षण केन्द्र में खेती के बारे में कई प्रकार की जानकारी दी जाती है जिसमें फलों, सजावटी पौधों, सब्जियों और फसलों के बारे में विविध जानकारी दी जाती है। यहां पर विशेष जोर मशरूम की गुणवत्ता पर दिया जाता है। इस केंद्र में मशरूम उत्पादन की ईकाई की स्थापना की गई है। मशरूम पैदावारों को उच्च गुणवत्ता वाले मशरूम बीज उपलब्ध करवाए जाते है। साथ ही इस केन्द्र में शहद के उत्पादन के लिए मधुमक्खी पालन पर भी विशेष जोर दिया जाता है। इस सेंटर पर मधुमक्खी किसानों को प्रशिक्षण देने की सुविधा भी है।
वैसे इस केन्द्र का नाम अंतरराष्ट्रीय बाजार में आम्रपाली, रोमानी और नीलम किस्मों के आमों के कारण काफी विख्यात है। पूरे देश में इन किस्मों को किसानों को आपूर्ति दी जाती है।