नित्यानंदाश्रम का निर्माण कुख्यात स्वामी नित्यानंद द्वारा किया गया था। यह आश्रम 500 मीटर की दूरी पर होसदुर्गा शहर के दक्षिण में एक पहाड़ी पर अपने आकार - प्रकार से प्रभावित करते हुए खड़ा है। यह स्थान पहले एक जंगल हुआ करता था और स्वामी ने एक एकल लेटराइट पत्थर से 45 गुफाओं का निर्माण किया।
ये गुफाएं होसदुर्गा किले के बहुत नज़दीक स्थित हैं। ये गुफाएं आज भी सभी के लिए और ख़ास तौर पर अभियांत्रिकों या इंजीनियर्स के लिए आश्चर्य बनी हुई हैं। यहाँ पूरी दुनिया से लोग इन गुफाओं को देखने के लिए आते हैं। नित्यानंदाश्रम ध्यान लगाने के लये एक आदर्श स्थान है और स्वामी स्वयं इन गुफाओं में बैठकर ध्यान लगाते थे।
बैठी हुई अवस्था में स्वामी की पूर्ण आकार की मूर्ती इस स्थान का एक मुख्य आकर्षण है। यह मूर्ती पंचलोह से बनी हुई है। नित्यानंदाश्रम कासरगोड से 27 किमी दूर स्थित है। इस आश्रम को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध आध्यात्मिक केन्द्र के रूप में व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त है। जब भी आप बेकल आयें तो इन गुफाओं में आना न भूलें।