मां बुधी ठाकुरानी मंदिर, ठाकुरानी यात्रा नामक द्विवार्षिक त्योहार का आयोजन करता है। यह त्योहार ड़ेरा प्रमुख बुनकरों का समुदाय और उनकी पत्नी के साथ जुलूस में निकलते मां बुधी ठाकुरानी मंदिर के भक्तों के साथ शुरु होता है। पारंपरिक पोशाक में सजे, समारोह के अध्यक्ष को जुलूस के साथ जाते देखना श्रद्धालुओं और दर्शकों के लिए एक सुंदर दृश्य होगा।
एक बड़ा सा अलंकृत रथ देवी को उनके वैवाहिक घर से उसके माता पिता के निवास स्थान तक ले जाता है। रात को यात्रा के दौरान हजारों की संख्या में भक्त देवी की मूर्ति पर फूलों को बरसाते देखना का दृश्य अनमोल है। सभा में श्रद्धा और भक्ति हर जगह फैली होती है। यह मंदिर पुराने बहरमपुर में स्थित है।
आम धारणा के विपरीत, मंदिर के पुजारी हिंदू धर्म की नाई जाति के हैं, जो परंपरा से बहुत अलग है। उत्सव लगभग एक महीने के लिए मनाया जाता है। इस स्थान की सांस्कृतिक पहचान को दर्शाते लोक नृत्य त्योहार को उल्लसित और मनोरंजक बनाते हैं वो भी हर उम्र के लोगों और पृष्ठभूमि के लिए।