भोपाल में स्थित एक्वेरियम राज भवन और पुराने विधान सभा के पास स्थित है। इसे आम जनता के देखने के लिए 1977 में खोला गया और यहां मछलियों की कई प्रकार की किस्में भी देखने को मिलती हैं। इस जगह बच्चों को साथ लेकर जरूर जाना चाहिए।
एक्वेरियम दो मंजिला इमारत में बना हुआ है - ऊपरी मंजिल में 40 ग्लास एक्वेरियम है जहां कई घरेलू मछलियां जैसे - गोल्डन शार्क, रोजी बार्ब, गोल्डन प्लाटा, गोल्डन गोरमी, पैराडाइज ब्लू, किंग कोबरा, किंग जेब्रा, ब्लैक मूर और टाइगर बार्ब आदि रखी हुई है।
एक्वेरियम की निचली इमारत में 26 बड़े एक्वेरियम है जहां दूसरे राज्यो से मछलियों को लाकर रखा गया है। इस फ्लोर पर रखी गई कई मछलियां तो बाहर के नदी और तालाबों से लाई गई है। इनमें से कुछ के नाम रोहू, कोलिट, काटला, पादीन, सवाल, टिक्टो, बाम फिश, मिरगल और पेंसिल - फिरा आदि है। यह एक्वेरियम दो सत्रों में खुला रहता है - अप्रैल से सितम्बर के दौरान और अक्टूबर से मार्च के दौरान।