आईएमएफए पार्क भुवनेश्वर के सुंदर पार्कों में से एक है। यह पार्क भुवनेश्वर के शहीदनगर इलाके में स्थित है। दूसरे पार्क की तरह इस पार्क में भी बड़ी संख्या में लोग आराम के कुछ पल बिताने आते हैं। पार्क को बेहतरीन तरह से सजाया गया है।
यहां हरे घास के...
नेताजी सुभाष चंद्र बोस पार्क को देश के महान स्वतंत्रता सेनानी सुभाष चंद्र बोस की स्मृति में बनवाया गया है। यह पार्क भुवनेश्वर के चर्चित पर्यटन स्थलों में से एक है। साथ ही इस पार्क को बेहतरीन तरीके से सजाया गया है। पार्क की पगडंडी, प्रकाश सज्ज, जॉगिंग ट्रेक और...
धौली गिरि पर्यटकों के बीच काफी चर्चित है। इस जगह की खासियत यह है कि यहां चट्टान का एक राजाज्ञा है, जिसे मौर्य वंश के शासक अशोक ने बनवाया था। इस राजाज्ञा को तीसरी शताब्दी में लगाया गया था। सबसे खास बात यह है कि यह आज भी ज्यों की त्यों है।
इतिहासप्रेमियों के...
भुवनेश्वर के शिरडी साई बाबा मंदिर में अकसर श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है। 15 फरवरी 1995 को इस मंदिर को आम लोगों के लिए खोल दिया गया था। साई बाबा के भक्तों की जोरदार मांग को देखते हुए इस मंदिर की स्थापना की गई थी। इस मंदिर का उद्घाटन मानव जाति की भलाई के लिए साई...
आधुनिक तकनीक से बनया गया फार्चून टॉवर एक भव्य इमारत है। इस इमारत का निर्माण बड़ आईटी प्रोजेक्ट को ध्यान में रखकर बनाया गया था। यह सात तल्ला भवन 3.61 एकड़ में फैला हुआ है। यह भुवनेश्वर के ओबराय होटल के पास स्थित है।
इस इमारत में आईटी पार्क, केप्सुल व सर्विस...
उड़ीसा स्टेट म्यूजियम दो महान इतिहासकार प्रोफेसर घनश्याम दास और प्रोफेसर एनसी बनर्जी के अथक प्रयास का नतीजा है। 1932 में उन्होंने पुरातात्त्विक संपदाओं के संग्रहण का काम शुरू किया था। 1938 में ओडिशा सरकार ने इस संग्रहालय को अपने अंतर्गत ले लिया। उस समय इसे...
शिशुपालगढ़ एक प्रचीन किला है जो अब खंडहर में तब्दील हो चुका है। यह ओडिशा के खर्दा जिले में स्थित है। इस किले को भारत का सबसे बड़ा किला माना जाता है और फिलहाल इसका देखरेख शानदार तरीके से किया जा रहा है। शिशुपालगढ़ एक संरक्षित ऐतिहासिक इमारत है।
शिशुपालगढ़...
भुवनेश्वर स्थित मुक्तेश्वर मंदिर 10वीं शताब्दी का मंदिर है। यह शहर का एक महत्वपूर्ण लैंडमार्क है। कई कारणों से इस मंदिर को काफी प्रसिद्धि मिली है। इस मंदिर की सबसे बड़ी खासियत है यहां की हजारों प्रतिमाएं और अद्भुत वास्तुशिल्पीय शैली, जो मंदिर को हर तरफ से घेरे हुए...
उदयगिरि और खंडगिरि की गुफाएं भुवनेश्वर के प्रमुख आकर्षण हैं। भुवनेश्वर से 8 किमी दूर स्थित इन दो पहाड़ियों का वातावरण काफी निर्मल है। उदयगिरि और खंडगिरि में कभी प्रसिद्ध जैन मठ हुआ करते थे। इन मठों को पहाड़ी की चोटी पर चट्टानों को काट कर बनाए गए कक्ष में चलाया...
400 हेक्टियर में फैला नंदनकानन जू के साथ-साथ बॉटनिकल गार्डन भी है। इसे 1979 में आम लोगों के लिए खोल दिया गया था। यह भुवनेश्वर के सबसे ज्यादा घूमे जाने वाले पर्यटन स्थलों में एक है। अगर आप बच्चों के साथ भुवनेश्वर घूमने जा रहे हैं तो फिर आपको यह जू अवश्य जाना...
फारेस्ट पार्क भुवनेश्वर के कुछ बेहतरीन पार्कों में से एक है। यह मनमोहक पार्क केपिटल हॉस्पीटल के पास स्थित है। यहां हमेशा पर्यटक और स्थानीय लोग आते रहते हैं। इस पार्क में एक बड़ा खेलने का मैदान, बड़े-बड़े पेड़ और पौधे हैं। इस पार्क को देख कर ऐसा लगता है कि यहां...
खारावेला पार्क भुवनेश्वर के कुछ बेहतरीन पार्कों में से एक है। पार्क में खूबसूरत पगडंडी, साफ जॉगिंग ट्रेक और बैठने के लिए बेंच सहित और भी बहुत कुछ है। पार्क में नियमित रूप से आने वाले पर्यटकों को ध्यान में रखने हुए इस पार्क को सर्वसुविधायुक्त बनाया गया है।
...गांधी पार्क राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को समर्पित है। इस पार्क को भुवनेश्वर विकास प्राधिकरण द्वारा बनवाया गया है। सवोस्टी प्लाजा के पास स्थित यह पार्क अपने अद्भुत सौंदर्य के लिए जाना जाता है। पार्क में महात्मा गांधी की एक प्रतिमा भी है, जो कि प्रार्थना की मुद्रा...
भुवनेश्वर में शॉपिंग करना काफी मजेदार होता है। अगर इसे खरीदारों का स्वर्ग कहा जाए तो गलत नहीं होगा। चाहे आपको निशानियां खरीदनी हो या फिर सजावट के लिए सामना, भुवनेश्वर में आपको तमाम चीजें मिल जाएंगी।
ओडिशा के स्थानीय हस्तशिल्प की यहां विस्तृत श्रृंखला देखने...
भुवनेश्वर से करीब 42 किमी दूर हरियाली के बीच बसा अतरी एक छोटा सा गांव है। यहां गंधक के गर्म पानी के झरने के कारण इसकी ख्याति दूर-दराज तक है। इसके पानी का तापमान 55 डिसे तक रहता है। सबसे रोचक बात यह है कि झरने के पानी का तापमान पूरे साल एक समान रहता है।
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