पर्यटक, अली आदिल शाह के द्धारा बीजापुर शहर की पूर्वी सीमा पर निर्मित चॉद बावड़ी को भी भ्रमण कर सकते है। अली आदिल शाह ने अपनी पत्नी चॅाद बीबी के नाम से इस टैंक का नाम चॉद बावड़ी रखा था। जब विजयनगर साम्राज्य ध्वस्त हो गया था, तो बड़ी संख्या में लोगों ने बीजापुर में प्रवेश कर लिया।
उस समय शहर के बुनियादि ढ़ाचों में परिवर्तन की आवश्यकता पड़ने लगी। चॉद बावड़ी ,20 मिलियन लीटर की भंडारण क्षमता वाले टैंक का निर्माण लोगों को पानी उपलब्ध कराने के लिए करवाया गया था। इसके कुछ समय बाद, बीजापुर में टैंक निर्माण के लिए चॉद बावड़ी एक मिसाल बन गया।
इस टैंक के आसपास एक क्षेत्र को इसकी देखभाल के लिए बनाया गया था जबकि उसका उपयोग अक्सर शाही परिवारों के सदस्यों के द्धारा मनोरंजक कार्यक्रमों का आयोजन करने के लिए किया जाता था।