केईबुल लम्जाओ राष्ट्रीय उद्यान अपने आप में अद्वितीय है। यह विश्व का एकमात्र तैरता हुआ उद्यान है, जहाँ कई प्रकार के पशु और पक्षी रहते हैं। तांगा नगर के करीब बिष्णुपुर ज़िले में स्थित, केईबुल लम्जाओ राष्ट्रीय उद्यान, लोकटक झील का अविभाज्य भाग है।
इस झील का सबसे प्रमुख आकर्षण है विलुप्त हो रहे एल्ड हिरण और बारहसिंघा जिसको यहाँ के स्थानीय लोग संगाई बोलते हैं। यह नाचने वाला हिरण है जो बिष्णुपुर और मणिपुर को प्रसिद्द बनाता है। केईबुल लम्जाओ को 1977 में राष्ट्रिय उद्यान घोषित किया गया था ताकि संगाई को बचाया जा सके जबकि पहले इसे सैंक्चुअरी घोषित किया गया था। केईबुल लम्जाओ राष्ट्रिय उद्यान अपने अनूठे परितंत्र के कारण तैरता है। इस उद्यान में ज़्यादातर वनस्पति तैरते हुए दलदल के रूप में है जिसे फुम्दी भी कहते हैं।
पर्यटक सीधे इम्फाल से यात्रा कर इस उद्यान तक पहुँच सकते हैं जो 53 किलोमीटर दूर है। यहाँ आने का सबसे सही समय अक्टूबर से फरवरी के बीच का है।