पूर्वोत्तर में सेसा आर्किड अभयारण्य के साथ स्थित ईगलनेस्ट वन्यजीव अभयारण्य भी पश्चिमी कामेंग जि़ले में हिमालय की जलहटी में एक संरक्षित क्षेत्र है। भारतीय सेना की रेड ईगल डिवीज़न को 1950 के दशक के दौरान इस क्षेत्र में तैनात किया गया था, इसलिए इसका नाम ईगलनेस्ट रखा...
भालुकपोंग शहर बोमडिला से लगभग 100कि.मी. दूर है। समुद्रतल से 213 मी. ऊपर स्थित इस शहर से पर्यटक प्रकृति का सुंदर नज़ारा देख सकते हैं। यहाँ तक आप तेजपुर शहर से भी पहुँच सकते हैं जो केवल 52कि.मी. दूर है। इतिहास के अनुसार भालुकपोंग पर स्थानीय शासक शासन करते थे जिन्हें...
कामेंग हाथी रिज़र्व अरुणाचल प्रदेश के पश्चिमी कामेंग और पूर्वी कामेंग जि़लों में हिमालय की तलहटी में स्थित है। यह रिज़र्व इस क्षेत्र में मौजूद बड़े एशियाई हाथियों की आबादी का प्रबंधन करने के लिए 19जून, 2009 को बनाया गया था। कामेंग रिज़र्व पूर्व में पापुम नदी से...
गोंडसे गेडन रैबगयेल लिंग मठ जहाँ बौद्ध लामा और भिक्षु रहते हैं, जी.आर.एल मठ के नाम से भी प्रसिद्ध है। इसे महायान बौद्ध धर्म की लामाई आस्था का प्रमुख केंद्र भी माना जाता है। जी.आर.एल मठ अरुणाचल प्रदेश के पश्चिमी कामेंग जि़ले में स्थित है और इसे 1965-66 में त्सोना...
बोमडिला के प्रमुख्य आकर्षणों में से एक सेसा आर्किड अभयारण्य, भालुकपोंग में हिमालय की तलहटी में स्थित एक 100 कि.मी का संरक्षित क्षेत्र है। यह दक्षिण पश्चिम में ईगलनेस्ट वन्यजीव अभयारण्य से जुड़ा हुआ है। पर्यावरण और वन विभाग द्वारा ट्रैकिंग मार्ग बनाए जाने के कारण...