विलेज सफारी के जरिए आप चंबल अभयारण्य के आसपास के गांवों में घूम सकते हैं। इन गांवो में घूम कर आप ग्रामीण भारत के जन-जीवन को करीब से महसूस कर सकते हैं। गांवों का भ्रमण के दौरान आप कुम्हारों को मिट्टी के बर्तन, कुल्लड़ और अन्य परंपरागत चीजें बनाते हुए देख सकते हैं।
इसके अलावा गांवों के मोची को आप जूतों की मरम्मत और चमड़े के अन्य वस्तुएं बनाते हुए देख सकते हैं। अगर आप कुछ खरीदना चाहें तो यहां के दुकानों से खिलौने, परंपरागत वस्तुएं और मिठाइयां खरीद सकते हैं। विलेज सफारी अभयारण्य के सुरम्य रास्तों से होकर जाता है। इस दौरान आप कई तरह के पक्षियों और पशुओं को देख सकते हैं।
इतना ही नहीं, इस दौरान आपको स्थानीय लोगों की परंपरा और रीति-रिवाज को भी जानने का मौका मिलेगा। आप पाएंगे कि इनकी जिंदगी की रफ्तार काफी धीमी है और ऐसा लगेगा कि सभी लोग एक दूसरे को जानते हैं। यहां के लोगों का स्वभाव काफी विनम्र होता है और वे मेहमान नवाजी करना भी नहीं भूलते। उन्हें जानकारियां बांटने और लोगों के सवालों का जवाब देने में मजा आता है।