चंपावत से 58 किमी दूर देवीधुरा में स्थित बाराही मंदिर हिंदू देवी बाराही को समर्पित है। मंदिर के परिसर में एक बड़ा सा पत्थर रखा हुआ है, जिसके बारे में कहा जाता है कि महाभारत के पात्र पांडव इसका प्रयोग एक गेंद के रूप में करते थे। रक्षाबंधन के अवसर पर यहां लगने वाल बग्वाल मेले में नेपाल के अलावा देश के अन्य हिस्सों से लोग आते हैं।
इस त्योहार में दो समूह नाचते-गाते हुए एक दूसरे पर पत्थर फेंकते हैं। दोनों ही समूह के पास बचाव के लिए लकड़ी का बड़ा सा ढाल होता है। धार्मिक भावना जुड़ी होने के कारण प्रतिभागी चोट की बिल्कुल भी परवाह नहीं करते। यह त्योहार कई दशकों से मनाया जा रहा है, पर यकीन के साथ यह कहना मुश्किल है कि कभी किसी ने चोट के कारण हार मान ली हो।