अन्नामलाई विश्वविद्यालय इंजीनियरिंग, कला और विज्ञान जैसे क्षेत्रों के पाठ्यक्रमों के लिए प्रसिद्ध है। यह देश के सबसे अच्छे प्राध्यापकों के अधीन अपनी पढ़ाई पूरी करने की उम्मीद रखने वाले लोगों के लिए एक पसंदीदा स्थान है। कई महाविद्यालय अन्नामलाई विश्वविद्यालय से सहबद्ध हैं।
इस विश्वविद्यालय को 1928 में राजा सर अन्नामलाई चेट्टियार द्वारा स्थापित किया गया था, जिन्होंने मद्रास राज्य को भूमि और श्री महालक्ष्मी कॉलेज दान के रुप में दे दिया था, जो विश्वविद्यालय का केंद्र बन गया। सरकार ने उन्हें विश्वविद्यालय के उपकुलपति के पद से सम्मानित किया, इस पद पर वे बीस सालों के लिए बने रहे। अन्नामलाई विश्वविद्यालय के अध्ययन केंद्र शारजाह, मस्कट, दुबई और टोरंटो जैसे देशों में भी हैं।
इस विश्वविद्यालय का कैंपस 1500 एकड़ के क्षेत्र में फैला हुआ है। इस कैंपस में विश्वविद्यालय के विभिन्न विभाग तथा छात्रों और शिक्षकों के आवासीय क्षेत्र हैं। यह तिरुवेटकलम मंदिर से निकट और चिदंबरम रेलवे स्टेशन से 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।