चिदंबरम और उसके आसपास के अन्य मंदिरों की तरह चाथपुरीनाथर मंदिर भी भगवान शिव को समर्पित है। यहां भगवान शिव को चाथपुरीनाथर के रुप में पूजा जाता है इसलिए इस मंदिर में पूरे साल भगवान शिव के भक्तों की भीड़ लगी रहती है। इनके निकट, ओसाई कोडुथा नायगी नामक अन्य देवता पूजे जाते हैं।
इसे अपना नाम एक कहानी से प्राप्त हुआ है जिसके अनुसार देवी ने शुद्ध सोने के झांझों को सजीव किया जिसे भगवान ने एक भक्त को उपहार के रुप में भेंट किया जो तब तक कोई ध्वनि उत्पन्न नहीं करते थे। यह मंदिर एक ऐसा स्थान है जहां आप केवल देवताओं की पूजा करने ही नहीं बल्कि आप यहां चमत्कारी इलाज की उम्मीद करते भी आते हैं।
माना जाता है कि इस मंदिर के देवता ने आधुनिक विज्ञान द्वारा माने जाने वाले असाध्य रोगों को भी ठीक किया है। यह मंदिर चिदंबरम से केवल एक किलोमीटर दूर है और तिरुकोलक्का नामक स्थान में स्थित है।