द्रूग फोर्ट, एक जीर्ण शीर्ण किला कुन्नूर को लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है। अपने आसपास के सम्पूर्ण परिदृश्य के कारण टीपू सुल्तान द्वारा इसे सेना की चौकी के रूप में प्रयोग किया जाता था। किले की रणनीतिक स्थिति के कारण दुश्मन के किसी भी प्रकार के हमले को नकारने के लिये सटीक थी। किसी समय के गौरवशाली किले के खण्डहर ही अब बचे हैं लेकिन यहाँ से इलाके का सम्पूर्ण परिदृश्य अभी भी उपलब्ध है।
द्रूग किले तक पहुंचने के लिये आपको नॉनसच स्टेट में लगभग 4 किमी की ट्रेकिंग करनी पड़ेगी। इस चोटी की ऊँचाई समुद्रतल से 2000 मीटर की है और यहाँ से आपको मैदानी इलाके का सम्पूर्ण परिदृश्य देखने को मिलता है।
यह स्थान किले के लिये नॉनसच स्टेट से ट्रेकिंग के साथ-साथ पक्षियों को देखने के लिये भी लोकप्रिय है क्योंकि कई दुर्लभ प्रजातियाँ इस क्षेत्र में पाई जाती हैं।