एब्बे झरना, मादीकेरी शहर से 7 - 8 किमी. की दूरी पर स्थित है जहां कूर्ग आने वाले सैलानी सबसे ज्यादा सैर के लिए जाते है। यहां एक संकरा सा रास्ता है जिसके बीच से गुजरकर पर्यटक कॉफी के बागानों तक पहुंच सकते है और मसालों के एस्टेट भी देख सकते है। एब्बे झरने की सैर, कूर्ग में सबसे अधिक आंनददायी होती है। यहां का शांत माहौल मन को खुश कर देने वाला होता है।
पहले इसे जेस्सी झरने के नाम से जाना जाता था, बाद में मादीकेरी के पहले अंग्रेज कप्तान की बेटी एब्बे के नाम पर इस झरने का नाम रख दिया गया। यह झरना, पश्चिमी घाट का एक हिस्सा है, एब्बे झरना, मुख्य रूप से ढ़लानदार चट्टानों से बहने वाला जल स्त्रोत है और यह लुभावना दृश्य प्रदान करता है।
यहां से पानी झरझर करता हुआ बहता है जो कूर्ग में सबसे मनोरम लगता है। यहां आकर पर्यटक देख सकते है कि जैसे - जैसे पानी ऊपर से नीचे की ओर बहता है वैसे - वैसे एक क्लाउडी लेयर बनकर तैयार हो जाती है जो पहाड़ों से गुजरती हुई नीचे तक आती है। मानसून के दिनों में यह झरना और भी सुंदर दिखता है।
गर्मियों के दिनों में यह झरना थोड़ा सा सूख जाता है लेकिन फिर भी पर्यटक यहां सैर करने आ सकते है। यहां पास में एक हैंगिग पुल भी है जो पर्यटकों को शानदार दृश्य प्रदान करता है। यहां पास में ही काली माता का मंदिर भी स्थित है जहां की सैर करना पर्यटकों को कतई नहीं भूलना चाहिए।