भुवारहा स्वामी मंदिर, वैष्णव के प्रमुख आठ मंदिरों में से एक है। यह मंदिर श्रीमुसान में स्थित है और इसे नायकों के द्वारा बनवाया गया था जिन्हे इस मंदिर के खंभों पर उत्कीर्ण किया गया है। इस मंदिर की मुख्य विशेषता यहां स्थित एक मूर्ति है जिसे वारह अवतार कहा जाता है, इन्हे स्वयं व्यक्तक्षेत्र के नाम से भी जाना जाता है।
इस मंदिर में सुंदर सा मंडप भी है जिसे पुरूशाशुकारा मंडप के नाम से जाना जाता है। इस मंडप को 17 वीं शताब्दी में बनवाया गया था। मंदिर में घोड़े और हाथी की पीठ पर सवार होकर युद्ध की ओर जाने वाले युद्धाओं और उनके रथों को भी दर्शाया गया है।