यह एक आवासीय इमारत है जो डलहौजी का प्रमुख विरासत स्थल है। इस इमारत को 1933 में लाहौर के डॉ. एन.आर. धरम वीर ने बनवाया था। विख्यात भारतीय स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने यहां लगभग 7 महीने का समय धरनवीर के साथ गुजारा था, उस दौरान उनकी तबियत खराब थी और बीमारी से उबरने के लिए उन्हे किसी प्राकृतिक स्थल की सैर की आवश्यकता थी।
इस इमारत को पर्यटक पहचानने में अक्सर भूल कर जाते है और उनके लिए यहां तक पहुंचना मुश्किल का काम है। यहां तक पहुंचने के लिए पर्यटक बारीकी से डलहौजी के साइन बोर्ड को देखें और इमारत के सही पते पर जाएं। यह इमारत गांधी चौक से 50 मीटर की दूरी पर स्थित है। जहां से पर्यटक पैदल यात्रा करके भी पहुंच सकते हैं।