नोरवुड परमधाम को कई अन्य नामों जैसे - वालद कैंथ कोठी, तपो भूमि, परमधाम और राम आश्रम से भी जाना जाता है। यह आश्रम डलहौजी के बकटोरा हिल में स्थित है। यहां धर्म और सामाजिक संस्कृति का ज्ञान दिया जाता है। आत्मज्ञान हासिल करने के लिए 1925 में लगभग एक महीने के लिए स्वामी सत्यानंद डलहौजी के इस आश्रम में आएं थे।
इस दौरान उन्होने यहां कई धार्मिक पुस्तकें भी लिखी थी। बाद में स्वामी जी ने इसी आश्रम में अपने जीवन के आखिर दिन गुजारे और उनके देहावसान के बाद इस स्थल को परमधाम के नाम से पुकारा जाने लगा। वर्तमान में इस घर या आश्रम की देखभाल स्वामी जी के भक्त भगत हंसराज जी कर रहे है।
यहां अक्सर सत्संग और अन्य धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन समय समय पर किया जाता है। यह आश्रम गांधी चौक से 5 किमी. की दूरी पर स्थित है। इस आश्रम में 250 श्रद्धालुओं के एक साथ ठहरने के लिए प्रंबध हैं।