नई दिल्ली में कोरोनेशन पार्क बुरारी रोड़ पर निरंकारी सरोवर के पास स्थित है। कोरोनेशन मेमोरियल के नाम से प्रसिद्द इस पार्क में बड़े चतुष्कोणीय या बलुआ पत्थर के स्तंभ हैं। वास्तव में कोरोनेशन पार्क ही वह स्थान है जिसने दिल्ली को भारत की राजधानी बनाने में सहायता की।
वर्ष 1877 में इस पार्क में ब्रिटिशर्स ने एक दरबार आयोजित किया था और रानी विक्टोरिया को भारत की महारानी घोषित किया था। यहाँ तब भी एक दरबार आयोजित किया गया था जब वर्ष 1903 में एडवर्ड सप्तम सिंहासन पर चढा था। हालांकि सबसे बड़ा दरबार वर्ष 1911 में किंग जॉर्ज के प्रवेश के समय आयोजित हुआ जिसने भारत की राजधानी को कलकत्ता से दिल्ली स्थानांतरित करने की घोषणा की थी और दिली में इसके लिए नीव का पत्थर भी रखा था। इस महत्वपूर्ण अवसर की याद में पार्क में एक चतुष्कोणीय स्तंभ भी बनाया गया है।
बलुआ पत्थर से बने इस स्तंभ के सामने किंग जॉर्ज, पाँचवा की एक मूर्ति भी है जो कई ब्रिटिश शासकों, गवर्नरों और ब्रिटिश राज के कुछ अधिकारियों की मूर्ति से घिरी हुई है। दिल्ली विकास प्राधिकरण पार्क और इसके अंदर के स्मारकों के संरक्षण करने की योजना बना रही है और तैयारी कर रही है। यह नई दिल्ली के भाई परमानंद मार्ग पर स्थित है जिसे भुरारी रोड़ के नाम से भी जाना जाता है।