फतेहपुरी मस्जिद चांदनी चौक के पश्चिमी छोर पर स्थित है। इस मस्जिद का निर्माण 1650 में फतेहपुरी बेगम ने करवाया था जो सम्राट शाहजहां की पत्नियों में से एक थी।
मस्जिद का निर्माण लाल बलुआ पत्थरों से किया गया है । ये मस्जिद सम्पूर्ण दिल्ली की अकेली एकल गुंबददार मस्जिद है। हालांकि मस्जिद बाहर से बहुत ही छोटी प्रतीत होती है लेकिन अन्दर जाने पर पता चलता है की ये एक विशाल संरचना है।
मस्जिद परंपरागत डिजाइन में है जिसका प्रार्थना हॉल धनुषाकार है साथ ही इसके अन्दर साथ विशाल मेहराब हैं। मस्जिद में दोनों एक मंजिला और दो मंजिला संरचनाओं मौजूद हैं।
मस्जिद के तीन द्वार हैंजिसका फाटक लाल किले के सामने है, और अन्य दो एक उत्तर में और दूसरा मस्जिद के दक्षिण में है इस्लाम धर्म के अनुनायी आज भी अपने दो प्रमुख त्योहारों ईद - उल - फितर और ईद - उल - जुहा को बड़ी ही भव्यता के साथ आज भी इस मस्जिद में मानते हैं ।
फतेहपुरी मस्जिद का निकट आकर्षण लाल किला और जामा मस्जिद हैं। यहाँ पास ही में एशिया का सबसे बड़ा मसाला बाजार खारी बावली भी पास में ही मौजूद है।