कला का किरण नादर संग्रहालय पहला निजी कला संग्रहालय है जिसमें भारत एवं उप महाद्वीपों के कार्यों को प्रदर्शित किया गया है। यह संग्रहालय किरण नादर की पहल पर बनाया था जो स्वयं कलाकृतियों की एक उत्साही संग्रहकर्ता थीं। यह संग्रहालय अपने प्रदर्शनियों, प्रकाशनों, शैक्षिक और सार्वजनिक कार्यक्रमों के माध्यम से कला और संस्कृति के बीच अंतरंग संबंध चित्रित करने का प्रयास है।
इस संग्रहालय का बढ़ता हुआ संग्रह मुख्य रूप से स्वतंत्रता के पश्चात बीसवीं शताब्दी के कलाकारों की कलाकृतियों एवं उनके समकालीन युवाओं द्वारा बनाई गई कलाकृतियों पर प्रकाश डालता है। यह संग्रहालय कलाप्रेमियों को देखने, सीखने एवं वर्तमान कलाकारों के कार्यों की तुलना करने के लिए एक मंच उपलब्ध कराता है।
किरण नादर के शब्दों में “हालांकि एक निजी कला संग्रहालय खोलने का विचार, जनता के साथ अपने कला संग्रह को साझा करने के इरादे के साथ हुई थी, परन्तु मैं संस्थागत स्थानों की मौजूदा कमियों से अवगत थी जो भारत एवं उपमहाद्वीप से आधुनिक एवं समकालीन कला के लिए एक दृश्यता ला सकता है”।
केएनएम्ए ने अपना कार्य जनवरी 2010 में प्रारंभ किया था एवं इसे शिव नादर फाउन्डेशन द्वारा प्रायोजित किया गया था। यह विद्यालयों एवं महाविद्यालयों में अपनी विशिष्ट प्रदर्शनियों, संगोष्ठियों, कला प्रशंसा प्रवचनों एवं सार्वजनिक कार्यक्रमों द्वारा जनता को समकालीन कला से अवगत कराता है। यह संग्रहालय वास्तव में उन लोगों के लिए मनमोहक दृश्य है जो कला प्रेमी हैं एवं इसमें खोज करना चाहते हैं। आप भी इनकी प्रदर्शनियों एवं कार्यशालाओं में भाग ले सकते हैं जो नियमित अंतराल पर होती रहती हैं।