तीन मूर्ति भवन या तीन मूर्ति भवन ब्रिटिश कमांडर - इन - चीफ का निवास था। साथ ही यह स्थान भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का भी पूर्व निवास स्थान रह चुका है।
यह निवास स्थान वर्ष 1930 में बनाया गया था जिसे पंडित नेहरु और यह जवाहरलाल नेहरू की मृत्यु के बाद एक स्मारक के रूप में संरक्षित किया गया था। इस घर की खासियत ये है की यहाँ तीन मूर्तियां हैं जो एक ब्रिटिश मूर्तिकार लियोनार्ड जेनिंग्स द्वारा अपने नाम की ख्याति के लिए बनाई गयी हैं।
इस घर को एक प्रसिद्ध ब्रिटिश वास्तुकार रॉबर्ट टॉर रसेल द्वारा डिजाइन किया गया था। साथ ही इस स्थान पर नेहरू मेमोरियल लाइब्रेरी है जो भारतीय इतिहास के लिए एक उपयुक्त अनुसंधान केन्द्र है। यहाँ पर कई प्रमुख हस्तियों ने अपना शोध किया है यहाँ आने पर आपको कई प्रख्यात हस्तियों का शोध पत्र, संग्रह और रिपोर्ट मिल सकती है। इस घर में एक दुर्लभ संग्रहालय भी है जिसमें नेहरू परिवार के एल्बम उनके व्यक्तिगत पत्र और सामान शामिल है। परिसर में भी समकालीन अध्ययन और नेहरू तारामंडल केंद्र भी है।
इस परिसर में जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल फंड का मुख्यालय भी है जो 1964 में भारत के तत्कालीन राष्ट्रपति डा. एस राधाकृष्णन की अध्यक्षता में स्थापित किया गया था।
यह स्थान राष्ट्रपति भवन के करीब है जो सोमवार को छोड़कर सप्ताह के सभी दिन सुबह 9:00 से 5:30 तक खुलता है इस स्थान का प्रवेश मुफ्त है और मेट्रो स्टेशन इसके बिलकुल पास में स्थित है।