मुखीगुदा, धरमगढ से 71 किमी. दूरी पर स्थित एक पर्यटन स्थल है जहां कई प्राकृतिक स्थान देखने लायक है। यहां प्रसिद्ध इंद्रावती बांध स्थित है जो इंद्रावती नदी पर बनाया गया है। यहां एशिया का दूसरा सबसे बड़ा पॉवर हाउस है। यह बांध, चारों ओर से हरियाली से घिरा हुआ...
श्री अरविंदों अवशेष केंद्र को 4 फरवरी 2012 को माता श्री मां और श्री अरविंदों के सम्मान में स्थापित किया गया। यह धरमगढ में स्थित है। यहां श्री अरविंदों के बाल और नाखून रखे हुए है। इस केंद्र में श्री मां और श्री अरविंदों के अवशेष और उनकी सामग्री रखी हुई...
ढोकरी चांचरा, धरमगढ से 20 किमी. की दूरी पर स्थित है। यह एक झरना है जो बेहद खूबसूरत तरीके से हरे - भरे पेड़ों के बीच से होता हुआ, पहाड़ों से गुजरता हुआ बहता है। इस झरने के आसपास और यहां दृश्य काफी सुंदर होता है। कई लोग यहां के शानदार नजारे को निहारने आते है।...
जूनागढ़, धरमगढ से 15 किमी. की दूरी पर स्थित है। जूनागढ़, यहां स्थित प्राचीन मंदिरों के कारण काफी प्रसिद्ध है। यहां के मंदिरों में कई उडिसा के शिलालेखों को खुदा हुआ देखा जा सकता है, इनमें से कई तो सती संस्कार को बयां करते है। यहां सबसे प्रसिद्ध मंदिर,...
खैरपादर, धरमगढ का एक छोटा सा गांव है जो लकड़ी के काम के लिए प्रसिद्ध है। इस गांव में लकड़ी की कई कलाकृतियां जैसे - मूर्तियां, खिलौने, चिडिया और फूल आदि को बनाया जाता है। जनता की मांग पर ऐसे अन्य सामान भी यहां भारी मात्रा में बनाएं जाते है।
यह सभी...
अम्पानी, धरमगढ से 40 किमी. दूर स्थित एक सुरम्य स्थान है। यहां काफी घने जंगल स्थित है और यहां की पहाडि़यां काफी हरी - भरी होती है। फोटोग्राफी का शौक रखने वाले पर्यटक यहां अवश्य आएं। यहां हल्दीगुंदी नाम की एक घाटी स्थित है जो सभी पहाडियों के...