धर्मस्थल के इतिहास में दिलचस्पी रखने वालों को मंजुनाथ मंदिर के दक्षिण में स्थित मंजुषा संग्रहालय देखने का सुझाव दिया जाता है। श्री वीरेंद्र हेगड़े (धर्मस्थल के धर्माधिकारी), इस संग्रहालय के मालिक है। इस संग्रहालय में पर्यटक एंटीक चीज़ें जैसे - तलवार, धातु से बने शस्त्र, प्राचीन कैमरें, गहनें और मैसूर की चित्रकलाएँ देखी जा सकती हैं।
इसके अलावा इस संग्रहालय में एक प्राचीन पुस्तक रखी है जिसमें मंजुनाथस्वामी मंदिर के बारे में जानकारी दी गई है। मंजुषा संग्रहालय के बाहर मंदिर के रथ भी देखें जा सकते हैं। ये रथ कर्नाटक के विभिन्न मंदिरों से लाए गए थे। पर्यटक यहाँ मौर्य शासनकाल के टेराकोटा के सिक्कें भी देख सकते हैं।
इस संग्रहालय की दूसरी एंटीक चीज़ है, विद्धान वीणा शेषाना का 300 साल पुराना वाद्य यंत्र (वीणा)। मंजुषा संग्रहालय देखने के लिए आप सुबह 10 बजे से 1 बजे तक और शाम 4:30 से 9 बजे तक आ सकते हैं।