वशिष्ठ आश्रम गुवाहाटी के महत्वपूर्ण तीर्थ स्थानों में से एक है। यह आश्रम 18वीं सदी की दूसरी छमाही में अहोम राजा, राजा राजेश्वर द्वारा बनवाया गया था। यह आश्रम तीन नालों-संध्या, कांता, और ललिता के संगम पर स्थित है। यह संध्यावल हिल्स पर स्थित है।
प्रसिद्ध मान्यता के अनुसार ऐसा कहा जाता है कि आश्रम के पानी में एक डुबकी लगाने से सारे पाप नष्ट हो जाते हैं और आयु लंबी होती है। ऐसा भी माना जाता है कि यह आश्रम प्रसिद्ध संत वशिष्ठ के संपर्क में आने से बना है। यह मान्यता है कि उनके आशीर्वाद से एक राक्षसी का बालक राजा बना और बाद में सदियों तक उसने अहोम पर शासन किया।
वशिष्ठ आश्रम की यात्रा एक यादगार यात्रा होती है। इसकी भूमि शांत और साफ है और छोटी सी नदी का दृश्य बहुत ही सुंदर है। वशिष्ठ आश्रम आने के लिए पर्यटक निजी वाहन फिर विशेष बसें ले सकते हैं।