सेंट पॉल चर्च का नाम सेंट पॉल के नाम पर रखा गया है जो यीशु मसीह के नाम से प्रेरित है। यह चर्च, दीव में पुर्तगालियों के द्वारा बनाएं गए चर्चो में से एक है। वर्तमान में तीनों चर्चो में से यहीं एक चर्च है जहां ईसाई समुदाय के छोटे वर्ग के लोग प्रार्थना करने आते है।
इस चर्च का निर्माण 1610 में किया गया था और यह चर्च इम्माक्यूलेट कॉन्सेप्शन लेडी को समर्पित है। इस चर्च की डिजायन और निर्माण, वास्तुकला की सबसे अच्छी शैलियों में से एक गिनी जाती है जो एक मिसाल है। चर्च के इंटीरियर में विस्तृत रूप से कलात्मक नक्काशीदारी और लकड़ी का बेजोड़ काम किया गया है।
इस चर्च में सेट मैरी की मूर्ति भी स्थित है जिसे बर्मी टीक के सिंगल पीस से बनाया गया है। सेंट मैरी को दुनिया में उनके तेज, ममत्व और प्रताप के लिए जाना जाता है। ज्ञात हो कि बर्मी टीक, संसार का सबसे ज्यादा चलने वाला, तीव्र और कठोर पत्थर होता है।
यहां लाइन से 101 मोमबत्ती रखने की पर्याप्त जगह है। इस वेदी के ऊपरी हिस्से को पेंटिग्स और मूर्तियों से सजाया गया है। इस चर्च का केंद्रीय हॉल बेहद सुंदर है जिसके बीचों - बीच के क्षेत्र में एक गुंबद स्थित है। इस चर्च की बाहरी डिजायन में नक्काशी का काफी काम है। चर्च की वास्तुकला, इसे प्रभावशाली बनाती है।