डंडीवाला हनुमान मंदिर कृष्ण मंदिर के पास स्थित है। इस मंदिर का मुख्य आकर्षण यह है कि यहाँ हनुमान के पुत्र मकरध्वज की मूर्ति भी है। ऐसा कहा जाता है कि जब हनुमान लंका को जलाकर समुद्र में डुबकी लगा रहे थे तो उनके पसीने की कुछ बूँदें एक शक्तिशाली मछली के मुंह में चली गई जिससे मकरध्वज का जन्म हुआ। अत: मकरध्वज आंशिक रूप से बंदर जैसा और आंशिक रूप से सरीसृप जैसा है।