गडग कर्नाटक के पश्चिमी कोने में दूर इतिहास के एक टुकड़े की तरह बसा हुआ है। 4656 वर्ग किलोमीटर के इस छोटे से शहर में पर्यटकों की चहलकदमी की आवाज भले ही सुनाई नहीं देती हो भारतीय वास्तुकला के कदरदान गडग में ऊंचे टावर और विभिन्न मंदिर परिसरों को देख जरूर मोहित हो जाएंगे।
गडग में क्या देखें और क्या करें- गडग में पर्यटन स्थल
गडग के मंदिर चालुक्यों की कला के सबसे अच्छे उदाहरण का प्रतिनिधित्व करते हैं। वास्तुकला में एक बहुत विशिष्ट शैली है और पत्थर की दीवारों और मंदिर की दीवारों पर नक्काशी हमें अतीत के वैभव की कहानियां सुनाती हैं। गडग में सबसे लोकप्रिय स्थलों में से एक त्रिकुटेश्वर मंदिर है। सिर्फ वास्तुकला ही नहीं है, जो यहाँ लोगों को खींचती है।
इस मंदिर का बहुत कम सुना गया एक धार्मिक महत्व भी है, क्योंकि यह धार्मिक स्थान भगवान शिव, ब्रह्मा और विष्णु को समर्पित है। गडग की यात्रा के दौरान अन्य मंदिरों में भी जा सकते हैं जैसे- वीर नारायण, डंबाला और काशीविश्वेशवर मंदिर। लेकिन गडग की यात्रा सिर्फ मंदिरों और वास्तुकला तक सीमित नहीं है। प्रकृति प्रेमियों भी यहां मगदी पक्षी अभयारण्य में समृद्ध जैव विविधता के चमत्कार को देख सकते हैं। अभयारण्य गडग से 26 किलोमीटर की दूरी पर है।
गडग अच्छी तरह से ट्रेन से जुड़ा हुआ है। शहर का अपना रेलवे स्टेशन है और देश के लगभग सभी भागों से जुड़ा हुआ है। हालांकि, निकटतम हवाई अड्डा 64 किलोमीटर दूर हुबली में है।