भद्रेश्वर के मंदिरों की गिनती भारत में सबसे पुराने जैन मंदिरों में होती है। सदियों पहले जैन साधू श्रवक देवचंद्र ने इन मंदिरों की आधारशिला रखी थी। मंदिर परिसर में 53 जैनालय हैं, जो मुख्य भद्रेश्वर तीर्थस्थल को घेरे हुए है। ये मंदिर भूकंप और प्राकृतिक आपदा में कई बार बर्बाद भी हुए, पर आज भी यह अपने अस्तित्व को बचाए हुए है।