गाजियाबाद जिले में मोदीनगर तहसील में पड़ने वाला फरीदनगर एक छोटा सा शहर है। बेगमाबाद-हापुड़ रोड पर बसा यह शहर भोजपुर ब्लॉक से बमुश्किल 2 किमी और जिला मुख्यालय से 30 मील दूर है। शहर का नाम मुग़ल शासक अकबर के एक अधिकारी फरीद उद्दीन के नाम पर पड़ा है। उनकी सत्य निष्ठा को देखते हुए अकबर बादशाह ने यह शहर जागीर के तौर पर उन्हें दे दी थी। इस जागीर के अंतर्गत पिलखुआ और बेगमाबाद के बीच 17 गांव आते हैं।
फरीदनगर सेना का शहर हुआ करता था, जिसमें मुख्य रूप से बलोच सिपाही हुआ करते थे। यहां एक टकसाल भी हुआ करता था, जो अकबर और उनके बेटे जहांगीर के शासन काल में सिक्कों का निर्माण करता था।
इस शहर में गढ़ी बल्लोचन नाम की एक जगह है, जहां बालोच सिपाही और उनके परिवार वाले रहते थे। इसका विशाल प्रवेश द्वार लोहे का बना हुआ है। गढ़ी बल्लोचन के निकट ही एक खूबसूरत जामा मस्जिद है। अकबर के शासन काल में फरीदनगर एक फलता-फूलता शहर था।