अक्षर मंदिर गोंडल का एक प्रमुख तीर्थ स्थान है जो स्वामी गुनातितानन्द को समर्पित है जो भगवान स्वामी नारायण के पहले उत्तराधिकारी थे। इस अक्षर मंदिर क्र परिसर के अन्दर ही स्वामी की समाधी है जिसे अक्षर देरी भी कहते हैं। हर साल यहाँ भारी तादाद में श्रद्धालू आते हैं और पूजा करते हैं।