कोटाप्पाकोंदा एक छोटा सा गांव है जो गुंटूर शहर के दक्षिण - पश्चिम किनारे पर स्थित है और यह मुख्य शहर से 40 किमी. की दूरी पर स्थित है। यह गांव, नारसाराओपेट के बेहद समीप स्थित है और यहां तक सड़क मार्ग द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है। इस गांव को पहले कोंदाकावुरू के नाम से जाना जाता था लेकिन बाद में इसे कोटाप्पाकोंदा कहकर पुकारा जाने लगा।
कोटाप्पाकोंदा को त्रिकुटापारवतम के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यहां तीन नुकीली पहाडियां स्थित है। इस गांव के आसपास कई पहाडि़यां स्थित है लेकिन यहां की सबसे प्रसिद्ध पहाडी़ त्रिकुचाचलम है। यह तीनों पहाडियां, इस गांव से आसानी से देखी जा सकती है।
इन चोटियों के नाम, हिंदूओं के तीन प्रमुख देवताओं भगवान ब्रह्मा, विष्णु और शिव के नाम पर रखे गए है। इस गांव के पास में ही गुथीकोंडा स्थित है जिसे दक्षिण की काशी कहा जाता है।