इंस्टिट्यूट ऑफ म्यूरल पेंटिंग, गुरूवायूर के सभी मंदिरों घुमने के बाद जाने के लिए एक अद्भुत जगह है। इसको वर्ष 1989 में श्री माम्मियूर क्रिश्नंकुत्टी, जो भित्ति चित्रों के लिए प्रसिद्द थे, द्वारा स्थापित किया गया था। यह संस्थान गुरूवायूर देवास्वोम द्वारा संचालित किया जाता है और गुरुवायुरप्पन मंदिर के पास स्थित है।
संस्थान भित्ति चित्र, कला, सौंदर्य और मूर्तिकला में कार्यक्रम प्रदान करता है। यह इन कार्यक्रमों में पाँच वर्ष का डिप्लोमा पाठ्यक्रम भी है। इस स्कूल का शिक्षण पारंपरिक प्रणाली से होता है, गुरुकुल प्रणाली जहां विद्यार्थियों उनके शिक्षक निकटता में रहता है। यह संस्थान विभिन्न संगोष्ठियों, प्रदर्शनियों और केरल की विरासत से संबंधित प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करता है। केरल और अन्य राज्यों से छात्र यहां दखेला लिए हैं इस कला को सिखने के लिए।