कौन हारा घाट गंगा – गंडक नदियों के प्रमुख घाटों में से एक है जहाँ सदियों से कई हिंदू अनुष्ठानों के लिए और अंतिम संस्कार के लिए आते हैं। इस घाट का नाम एक प्राचीन कथा पर पड़ा है जिसके अनुसार जब गज (हाथी) और ग्राह (मगरमच्छ) के बीच एक लड़ाई हुई जिसमें अपने भक्त गजराज को बचाने के लिए भगवान विष्णु को मध्यस्थता करनी पड़ी।
इस कहानी की विशाल सांस्कृतिक प्रासंगिकता है तथा इसकी अभिव्यक्ति हाजीपुर स्टेशन के गुंबद और अन्य प्रमुख स्थानों पर दिखाई देती है। वास्तव में इस स्थान का नाम “कौन हारा” इसी पारंपरिक कहानी के नाम पर पड़ा है।