कर्नाटक के हासन जिले की यात्रा पर आये पर्यटकों को नग्गेहल्ली अवश्य आना चाहिये जो अपने सोपस्टोन या क्लोरिटिक शिस्ट से बने लक्ष्मी नरसिंहा मन्दिर और सदाशिव मन्दिर के लिये लोकप्रिय है। नग्गेहल्ली, जिसे कन्नड़ में नुप्पल्ली या नुग्गुपल्ली कहते हैं, हासन शहर से 50 किमी की दूरी पर तिपतूर-चन्नारायणापटना राजकीय राजमार्ग पर स्थित है। ये दोनों मन्दिर होयसाल वंश के राजा वीर सोमेश्वर के सेनापति बोम्मन्ना दण्डनायक के समय में बनवाया गया था।
लक्ष्मी नरसिंहा मन्दिर को 1246 ईसा पूर्व बनवाया गया था और इसमें त्रिकुट या तीन स्तम्भ, दीवारों पर कई मूर्तियाँ और एक विमाना (प्रार्थना हॉल) शामिल हैं। एक विशाल मन्तप (हॉल) को निर्माण कार्य पूरा हो जाने के बाद बनवाया गया, केन्द्रीय बन्द मन्तप की संरचना में तीन वेदियाँ और 9 खाड़ियाँ हैं। खड़ी मुद्रा में देवी पार्वती की प्रतिमा इस मन्दिर का प्रमुख आकर्षण है।
सदाशिव मन्दिर को नागरा शैली के स्तम्भ के साथ एकाकुटा स्थापत्य शैली में बनवाया गया है। इस तीर्थस्थान के गर्भगृह (गर्भ गुडी) में बहुत बड़ा लिंग है। तराशे गये पत्थरों से बनी नन्दी बैल की एक प्रतिमा को एक कमरे में रखा गया है जिसकी दीवारों में पत्थरों से बनी खिड़कियाँ हैं। इस स्थान पर आने पर आपको भगवान गणेश की दो मूर्तियाँ दिखेंगी, एक तो देवी के गर्भगृह के प्रवेश द्वार पर और दूसरी शिवलिंग के गर्भगृह के बाहर स्थित है।