होशंगाबाद नर्मदा नदी के उत्तरी तट पर तथा देश के केन्द्र में स्थित है। इस स्थान का राज्य तथा देश के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान है। पहले इसका नाम नर्मदा नदी के नाम पर नर्मदापुरम् रखा गया था लेकिन बाद में नर्मदापुरम् के शासक होशंग शाह के नाम पर इसका नाम होशंगाबाद पड़ा। प्राचीन काल से ही यह शहर अपने सुन्दर प्राकृतिक, आध्यात्मिक और दर्शनीय स्थलों के कारण हर साल बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करता रहा है।
होशंगाबाद और उसके आसपास के पर्यटन स्थल
नर्मदा जयन्ती होशंगाबाद शहर का महत्वपूर्ण आयोजन है। यह त्यौहार होशंगाबाद पर्यटन को भरपूर बढ़ावा देता है। सेठानी घाट होशंगाबाद का उल्लेखनीय स्थल है। बान्द्राभान नर्मदा और तवा नदियों को संगम स्थल है। होशंगाबादवासी अपनी जीविका के लिये कृषि पर निर्भर रहते हैं। सोयाबीन का सर्वाधिक उत्पादन होशंगाबाद शहर के लिये गर्व का विषय है।
शहर में पर्यटकों के लिये कई आकर्षण हैं। चाहे सतपुड़ा नेशनल पार्क हो या आदमगढ़ की पहाड़ियों पर प्राचीन नक्काशी या बान्द्राभान हो, पर्यटक भारी संख्या में इन स्थानों पर आते हैं। सल्कानपुर, होशंग शाह किला, खेड़ापति हनुमान मन्दिर, रामजी बाबा समाधि कुछ ऐसे आकर्षण हो जो होशंगाबाद की सुन्दरता को दर्शाते हैं।
होशंगाबाद की एक और विशेषता पंचमढ़ी है जो मध्यप्रदेश का एकमात्र हिल स्टेशन होने के साथ-साथ भगवान शिव के भक्तों के लिये तीर्थस्थल भी है। इसलिये होशंगाबाद एक ऐसा स्थान है जो पर्यटकों को हर हाल में आकर्षित करता है।
होशांगाबाद आने का सर्वश्रेष्ठ समय
होशंगाबाद में पूरे वर्ष सुहावना मौसम रहता है।
होशंगाबाद कैसे पहुँचें
यह शहर अपने आसपास के शहरों से सड़क और रेलमार्ग द्वारा भली भाँति जुड़ा है। यह शहर हर मायने एक सम्पूर्ण विविधता दर्शाता है इसलिये मध्यप्रदेश घूमने आने वाले लोगों को होशंगाबाद अवश्य आना चाहिये।