110 साल पुरानी उन्कल झील पर पर्यटकों को अवश्य जाना चाहिये क्योंकि यह अपने शान्त और सुरम्य वातावरण के लिये लोकप्रिय है। 200 एकड़ के क्षेत्र में फैली यह झील पर्यटकों द्वारा हुबली का सबसे ज्यादा घूमा जाने वाला आकर्षण है। मनोरंजक गतिविधियों के अलावा पर्यटक यहाँ पर शाम को सुन्द सूर्यास्त भी देख सकते हैं।
इस स्थान का प्रमुख आकर्षण झील के बीच में स्थित स्वामी विवेकानन्द की प्रतिमा है। यह स्थान 1859 में जन्मे श्री सिद्दप्पजा की कर्मभूमि के रूप में प्रसिद्ध है। उन्होंने गुरू की तलाश में 14 वर्ष की आयु ही में अपना घर छोड़ दिया था और उन्कल मैलरलिंग मन्दिर में रहे थे। श्री सिद्दप्पजा की मृत्यु 1921 मे हुई थी और तब से यहाँ जत्रे का आयोजन किया जाता है।
उन्कल झील आसापास के शहरों के लिये पीने के पानी का भी प्रमुख स्रोत है। झील परिसर का हरा भरा बगीचा शान्ति और सुकून की तलाश में यहाँ आने वाले पर्यटकों को मन्त्रमुग्ध कर देता है। इसके अलावा उन्हें झील पर नौकायन में भी मजा आता है।