सिकंदराबाद को हैदरबाद का जुड़वां शहर के रूप में जाना जाता है। इस शहर का नाम सिकंदर जाह के नाम पर पड़ा है। उनका संबंध आसिफ जाही वंश से था और वह हैदराबाद के तीसरे निजाम थे। सिंकदराबाद की स्थापना 1806 में की गई थी और आजादी तक यह मुख्य रूप से ब्रिटिश सेनिकों की छावनी था।
भले ही सिकंदराबाद हैदराबाद का जुड़वां शहर हो पर दोनों शहरों की संस्कृति और ऐतिहासिक पहचान काफी भिन्न है। हैदराबाद जहां नवाबों का शहर था वहीं सिकंदराबाद अंग्रेजों का शहर था। सिकंदराबाद आज भी हैदराबाद की छावनी ही है और बड़ी संख्या में जल सेना, थल सेना व वायु सेना से जुड़े लोगों का संबंध यहां से है।
हुसैन सागर झील दोनों शहरों को अलग करता है। हालांकि अब सिकंदराबाद एक अलग नगरपालिका नहीं रह गया है और इसे हैदराबाद का ही हिस्सा माना जाता है। यह दोनों शहर आपस में मिलकर भारत के छठे सबसे बड़े कॉस्मोपॉलिटन सिटी का निर्माण करते हैं।